Tulsi Ke Patte Ke Fayde in Hindi : आज के समय में हमारे देश में तुलसी का पौधा लगभग हर घर में पाया जाता है | प्राचीन काल से ही हमारे देश में तुलसी की पूजा की जाती है और तुलसी का बड़ा महत्व है लोग सुबह के समय में तुलसी को जल चढ़ाना अच्छा मानते हैं और घर में तुलसी का पौधा भी बहुत शुभ माना जाता है |
क्युकि तुलसी में माँ लक्ष्मी का वास माना जाता है | आज से लाखों वर्ष पहले ऋषि मुनि भी तुलसी के औषधीय गुनो के बारे में लोगों को बताते थे या उनके बारे में ज्ञान देते थे, और तब से लेकर आज तक तुलसी का हमारे जीवन में बहुत महत्व है |
जिसे उनकी पूजा करने से जो हमें फल मिलता है इसके साथ ही इसका किसी ने किसी रूप से इसका सेवन करने से हमारे शरीर पर बहुत सारे रोगो का भी उपचार है |
Tulsi Leaves Benefits in Hindi :क्या है तुलसी का पौधा
तुलसी घर में हमारे घरो में गमले में उगाया जाने वाला एक पौधा है जिसका प्राचीन काल से बहुत महत्व है और इसकी ऊंचाई लगभग तीन फीट तक या उसके आसपास रहती है और यह बहुत ज्यादा नहीं फैलता है | और तो और तुलसी के पौधे के बीज से आसपास जल्दी इसके पौधे भी निकल आते हैं और तुलसी में तुलसी की पत्तियां, तुलसी के डटल, इसकी जड़ आदि सभी अमृत के समान है यानी जो यह सभी हमें अच्छे गुण और लाभ देते हैं |
तुलसी के सेवन करने से हमारे शरीर से बड़ी से बड़ी बीमारी और छोटी से छोटी बीमारी भी दूर हो जाती है हमारे आयुर्वेद में बताया गया है कि तुलसी की पत्तियों में एंटीबैक्टीरियल एंटी वायरस एंटी फंगल जैसे गुण पाए जाते हैं इससे शरीर की कोई समस्याएं खत्म हो जाती है तो आज हम आपको तुलसी के फायदे और तुलसी का किस रोग में क्या इलाज है वह हम आपको इसकी जानकारी देते हैं |
Tulsi ke Patte ke Fayde : तुलसी की पत्तियों के फायदे
तुलसी की पत्तियों तो बहुत सारे फायदे है पर इनमे पाए जाने वाले तत्वो में बहुत ज्यादा अच्छे गुण पाए जाते है जैसे कि एंटीऑक्सीडेंट जैसे पोषक तत्व जो हमारे शरीर में इम्यूनिटी सिस्टम को बढ़ाता है और इसके अलावा हमारे शरीर में तनाव को काम करता है |
तुलसी की पत्तियों की चाय पीने से भी हमें कई तरह के लाभ मिलते हैं उसके अलावा तुलसी की पत्तियों के सेवन से हमें जैसे कि आदि सीसी का दर्द, अनिद्रा, चक्कर आना, सर दर्द, जुकाम का सर दर्द, पेट दर्द, पेट में कीड़े, और बवासीर आदि बीमारियों में लाभ मिलता है |
किस बीमारी में कैसे इलाज करें : Tulsi ke Patte ke Fayde in Hindi
आई आज हम जानते हैं की तुलसी की पतियों या उनके रस का किस रूप में और कैसे सेवन करे और उससे किस रोग का इलाज घर पर संभव है | हम आपको तुलसी का महत्व के साथ हमें आज हम यह बताएंगे की प्राचीन समय में जैसे हमारे बुजुर्ग तुलसी को किस रूप में किस बीमारी के लिए कैसे इसका उपयोग करते थे |
आधा सीसी का दर्द
अगर आप आधा सीसी के दर्द से परेशान है तो इसके लिए आप तुलसी की कुछ पत्तियों में थोड़ी सी काली मिर्च के साथ पीसकर उसके रस को नाक से सुघने से आदि सीसी का दर्द हमेशा के लिए गायब हो जाता है |
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अनिंद्रा की समस्या
अगर आप या आपके परिवार में से कोई भी व्यक्ति अनिंद्रा से परेशान है यानी अगर आपको रात को नींद अच्छी नहीं आती है अगर रात भर आप करवटे बदलते रहते हैं | तो इसके लिए अनिद्रा से ग्रस्त व्यक्ति को हमेशा अपने तकिए के नीचे तुलसी की थोड़ी सी पत्तियां रखनी चाहिए जिससे उसकी खुशबू से उसके अनिद्रा रोग दूर हो जाता है |
कान का दर्द
अगर आप या कोई भी कान के दर्द से ग्रसित हैं तो इसके लिए आप तुलसी की कुछ पत्तियों का रस गर्म करके कान में डालने से भी कान का दर्द भी रुक जाता है |
इसके साथ में हम आपको बता दें कि अगर आप तुलसी के पत्तियों को कही से नहीं प्राप्त कर पा रहे हैं तो हम आपको एक ऐसी दवाई के बारे में बताते हैं जिससे आप अपने घर पर मंगवा कर पानी में रोज पांच बुँदे डालकर अगर आप इसका सेवन करते हैं जिससे आपकी इम्यूनिटी सिस्टम बढ़ती है साथ में आपका खून साफ होता है और किसी भी तरह के मौसम बदलने पर होने वाली बीमारियों से भी आपको बचाया जा सकता है |
दांत में होने वाले दर्द
अगर आप दांत के दर्द से ग्रसित हैं तो उसके लिए आप तुलसी की पत्तियां को कुछ अदरक के टुकड़े के साथ दांत या दाढ़ के नीचे दबाने से दांत या दाढ़ दर्द का दर्द भी रुक जाता है |
गले का दर्द या गले में खराश होना
अगर आपके गले में दर्द रहता है या गले में खराश रहती है तो आप रोजाना तुलसी की कुछ पत्तियों को लेकर या उनके रस निकाल कर अगर आपको मिल जाता है तो आप उसे शहड में मिलाकर पीने से गले का दर्द ठीक हो जाता है उसके अलावा गले में जो खराब है वह भी मिट जाती है |
पीलिया का रोग
अगर आपके या आपके परिवार में किसी व्यक्ति को पीलिया हो गया है तो उसके लिए भी आप तुलसी की कुछ पत्तियों का रस निकाल ले और उसके साथ में मूली का रस तथा साथ में थोड़ा सा गुड़ मिला कर उस व्यक्ति को दिन में दो बार दें जिससे उसका पीलिया कुछ दिनों में हमेशा के लिए ठीक हो जाएगा |
मुंह में होने वाले छाले
वैसे तो मुंह में छाले पेट में गर्मी के कारण होते हैं पर उसके लिए आप तुलसी और चमेली की पत्तियां अगर आपको मिल जाए तो उन दोनों को साथ में मिलाकर मुँह में रख कर अच्छे से उसे चबा ले फिर बाद में उसे आप निकल जाए इससे मुंह के छाले हमेशा के लिए ठीक हो जाते हैं |
सुखी या किसी भी प्रकार की खांसी होने पर
आज के समय में या सर्दी के मौसम में मौसम बदलने पर खांसी होना बहुत आम बात है अगर किसी को खांसी हो जाए तो उसके लिए तुलसी दल के काढ़े में शहद मिलाकर पीने से खांसी दूर होती है या तुलसी की पत्तियों के काढ़े में काली मिर्च का चूर्ण और शहद मिलाकर लेने से भी खांसी ठीक हो जाती है |
खुजली की समस्या
अगर आप किसी तरह की खुजली की समस्या से परेशान है तो उसके लिए तुलसी के पत्तों के रस में नींबू और तेल आप चाहे तो इसमें सरसों का तेल भी मिलाकर खुजली वाले स्थान पर दिन में चार पांच बार लगाये इससे जल्दी खुजली ठीक हो जाती है |
चेचक का बुखार
किसी व्यक्ति को अगर चेचक का बुखार हो जाए तो उसके लिए तुलसी की मंजरी (जिसे तुलसी के बीज या फूल भी कहा जाता है )3 ग्राम मेथी दाना तीन ग्राम तथा कूट 2 ग्राम तीनों को एक कप पानी में मिला ले आप उसको पहले तो खूब अच्छे से उबाल ले और उसके बाद जब वह चौथा हिस्सा रह जाये तो उसे छानकर रोगी को पिलाने से इससे चेचक का बुखार चला जाता है या ठीक हो जाता है |
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प्रदर रोग
स्त्रियों में जब प्रदर रोग हो जाता है तो उसे रोग के आधार पर व्यक्ति को दो से पांच ग्राम तक तुलसी की पत्तियों का रस चावल के मांड के साथ सेवन करने से स्त्रियों के प्रदर रोग समाप्त हो जाता है Tulsi Leaves Benefits in Hindi|
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(अस्वीकरण: हमारे द्वारा बताए गए घेरलू नुस्खे पुराने समय से चले आ रही जानकारी है जिसे हम आप सब से साझा कर रहे है हम या हमारी टीम किसी भी प्रकार का दावा नहीं करती है है अधिक समस्या होने पर या अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या डॉक्टर से परामर्श जरूर ले लेवें )